फिटनेस पर मेटाबोलिज्म और उम्र का प्रभाव!
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स्टडीज इस बात को prove करती है कि बायोलॉजिकली आपका मेटाबॉलिज्म age के साथ स्लो हो जाता है। बट अगर आप इस बात को as an एक्सक्यूज ले रहे हैं अनफिट अन हेल्दी रहने के लिए तो शायद आप बहुत stupid है।रिसर्च स्टडीज में यह पता लगा है कि मेटाबॉलिज्म का कंट्रोल ज्यादातर आप ही के हाथ में है और आप इसका कंट्रोल चाहे 30 की उम्र हो या 90 की उम्र में कभी भी ले सकते हैं।हां जब रिसर्च की गई तो यह देखा गया कि आपका मेटाबोलिज्म एज के साथ कम तो हो रहा है, लेकिन ज्यादातर लोग जो obese या मोटे हो रहे हैं, वह इस वजह से हो रहे हैं कि उम्र के साथ उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम होती जा रही है।दूसरी ओर उनके कैलोरी का सेवन या उनका भोजन समान मात्रा में चल रहा है।तो अब समय के साथ-साथ वे धीरे-धीरे वेट गेन करना शुरू कर देते हैं और वह ब्लेम करते हैं अपने 'डिक्रीजिंग मेटाबॉलिज्म' (decreasing metabolism) को। लेकिन अगर आप फिजिकली एक्टिव है, प्रॉपर वर्कआउट कर रहे हैं, अपनी डाइट को ध्यान से कंट्रोल कर रहे हैं तो आपको अपने मेटाबोलिज्म के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है।
इसका बहुत शक्तिशाली शोध किया डाक्टर John Berardi, (PhD,co-founder of Precision Nutrition) के द्वारा, जो एक वर्ल्ड फेमस न्यूट्रीशनिस्ट है। उन्होंने देखा कि 65 साल की उम्र तक मेटाबॉलिज्म 20 से 25% स्लो हो जाता है।इसका मतलब यह है कि हर 10 साल में आप का मेटाबॉलिज्म ऑन एंड एवरेज 5 से 7% कम हो जाता है।लेकिन उन्होंने रिसर्च में एक महत्वपूर्ण पॉइंट देखा। वह पॉइंट यह था कि अगर आप रेगुलर वर्कआउट कर रहे हैं जिसमें रजिस्टेंस ट्रेनिंग, फंक्शनल फिटनेस या कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस शामिल है तो आप मेटाबोलिज्म की कम होने की दर को 5 से 7% से कम करके 0.3% प्रतिशत तक लेकर आ सकते हैं।इसकी research Dr Berardi ने की University of Western Ontario of Canada मे।जहां पर उन्होंने 70 से 90 साल तक के सब्जेक्ट को लिया और बहुत ही सख्त प्रोग्राम में डाला जिसमें उनकी पूरी तरह योजनाबद्ध कार्डियोवैस्कुलर ट्रेनिंग, strength ट्रेनिंग और फंग्शनल फिटनेस पर ध्यान दिया गया और उन्होंने जो निष्कर्ष निकाले वह असल में आँखे खोलने वाले थे।
1) उन्होंने देखा कि इन सब 70 से 90 साल के जो सब्जेक्ट है उनका आठ हफ्तों में डेढ़ किलो तक मसल मास बढ़ गया था और यह डेढ़ किलो मसल मास उनकी 10 साल की सुस्त जीवनशैली की भरपाई करने के लिए काफी था।
2) उनका रेटिंग मेटाबॉलिक रेट 5 से 7% तक बढ़ गया था और उनका नॉर्मल मेटाबॉलिक रेट 15% तक बढ़ गया जो उनके बीस साल की सुस्त जीवन शैली की क्षतिपूर्ति करने के लिए काफी था।
3) इन सब्जेक्ट में देखा गया कि इनका फैट प्रतिशत कम हुआ, इनकी कमर दर्द में फर्क पड़ा, इनका ब्लड प्रेशर रिड्यूस हुआ व इनकी हड्डियों की ताकत बढ़ गई और बाकी बीमारियों के कारण जो दर्द रहता था उसके सहन करने की क्षमता बढ़ गयी।
सो प्लीज अपनी एज को या अपने डिक्रीस मेटबॉलिज्म को दोष ना दे और अपने जीवन को स्वस्थ बनाये!
हमारे अद्भुत अभिनेता धर्मेंद्र जी नेे कहा है :" It's Not The Age, It's The Mileage ".
यहां उस शोध का लिंक दिया गया है जिसे आप देख सकते हैं।
https://omny.fm/shows/the-art-of-manliness/552-how-to-optimize-your-metabolism



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